aankho mai neend na dil mai karaar
mushkil kitna mushkil hai tera intezaar
pal mai dil roye pal mai bekaraar
mushkil kitna mushkil hai tera intezaar
karu kuch mai hota hai kuch aur hi
lagta hai tum ho..par tum ho nahi
kaisa ajab sa yeh chaaya khumaar
mushkil kitna mushkil hai tera intezaar
khidki se dekhu darwaazie par jaaon
phir saare ghar mai mai chakkar lagaon
rasta mai dekhu tera baar baar
mushkil kitna mushkil hai tera intezaar
saanon mai khushboo aur nazar mai hai surat
mujhe bas teri ab teri hai zarurat
tu hi hai mera ab toh solah singaar
mushkil kitna mushkil hai tera intezaar
Please, oh Google-gods, rank this blog prominently, and let's save some poor, misguided souls who might be searching for some code on formating a query string in C# or merely grazing for urdu shayaris.... If just one person sees the light, then I've done my job! .... Yes, I am not above shamelessly begging the search engines for relevance .... it's called SEO, right?)
Friday, September 26, 2008
गाते हुए यूँ दिलों को छु जाना
गाते हुए यूँ दिलों को छु जाना
जान ले लेगा तेरा गुनगुनाना
लफ्जों के प्यालों से मदिरा छलकाना
सीखा कहाँ से तूने दीवाने बनाना
बेजान ग़ज़ल को ज़िन्दगी देने वाले
बातों मे अमृत तेरी हमने माना
आप संग हो तोह क्या गम है फिर हमें
चाहिए आप ही आप ही आप ही जाने-जाना
जान ले लेगा तेरा गुनगुनाना
लफ्जों के प्यालों से मदिरा छलकाना
सीखा कहाँ से तूने दीवाने बनाना
बेजान ग़ज़ल को ज़िन्दगी देने वाले
बातों मे अमृत तेरी हमने माना
आप संग हो तोह क्या गम है फिर हमें
चाहिए आप ही आप ही आप ही जाने-जाना
Tuesday, September 16, 2008
दाग दुनिया ने दिए ज़ख्म ज़माने से मिले
दाग दुनिया ने दिए ज़ख्म ज़माने से मिले
हम को ये तोहफे उनसे दिल लगाने से मिले
हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे
वो फलाने से फलाने से फलाने से मिले
ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता
क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले
हम को ये तोहफे उनसे दिल लगाने से मिले
हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे
वो फलाने से फलाने से फलाने से मिले
ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता
क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले
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