दाग दुनिया ने दिए ज़ख्म ज़माने से मिले
हम को ये तोहफे उनसे दिल लगाने से मिले
हम तरसते ही तरसते ही तरसते ही रहे
वो फलाने से फलाने से फलाने से मिले
ख़ुद से मिल जाते तो चाहत का भरम रह जाता
क्या मिले आप जो लोगों के मिलाने से मिले
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