Tuesday, October 26, 2010

Hari Om Pawaar

रात के अँधेरे में न ऐसा कोई काम करो के मुह को छुपाना पड़े दिन के उजाले में
और दिन के उजाले में ऐसा न कोई काम करो के नीद नहीं आये तुम्हे रात के अँधेरे में 

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