Thursday, August 5, 2010

anjum rahbar

और तो कुछ भी नहीं पास निशानी तेरी 
देखती रहती हूँ तस्वीर पुरानी तेरी

लडकियां और भी मंसूब तेरे नाम से है
क्या कोई मेरी तरह भी है दीवानी तेरी

मै अगर होठं भी सी लूं तो मेरी ख़ामोशी
सारी दुनिया को सुना देगी कहानी मेरी

मेरे फूलों मे महकता है पसीना तेरा
और हाथों मे खनकती है जवानी तेरी 

राजमहलों मे कनीजों का रहा है कब्ज़ा
और जंगल मे भटकती रही रानी तेरी 

देखती रहती हूँ तस्वीर पुरानी तेरी

3 comments:

Waseem Akhtar said...

Anjum Rahbar Saheba
Bahot Khub,
Masha Allah

Bhanpratapsingh said...

mujhe lagata hai aap anjum rahbar ji
jo kahade usko gazal banana hi pdega.

Unknown said...

wah kya bat hai anjum ji,

UNKO LAGTA HAI K HUM MUSKURAYE JATE HAIN.
YE NAHI JANTE WO IS HASI ME HUM DIL K GUM CHUPAYE JATE HAIN.